December 18, 2024

Chatur Post

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Rice Mill सरकार का दबाव: राइस मिलरों में दो फाड़, हड़ताल खत्‍म, एसोसिएशन के अध्‍यक्ष योगेश अग्रवाल बोले..

CG Dhan Kharidi: धान खरीदी का लक्ष्यर तय: जानिए..इस बार कब से शुरू होगी धान की खरीदी

Rice Mill रायपुर। पुरान बकाया भुगतान की मांग को लेकर धान का उठाव नहीं कर रहे राइस मिलर्स एसोसिएशन में दो फाड़ हो गया है। सोमवार को राइस मिलर्स के एक खेमे ने डिप्‍टी सीएम अरुण साव, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल और श्‍याम बिहारी जायसवाल की मौजूदगी में धान का उठाव करने की घोषणा कर दी है। वहीं, राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्‍यक्ष योगेश अग्रवाल ने आंदोलन वापस लिए जाने की खबरों का खड़न किया है।

मीडिया को जारी एक बयान में छत्‍तीसगढ़ राइस मिलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्‍यक्ष योगेश अग्रवाल ने कहा कि एसोसिएशन की सरकार ने अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है। यथा स्थिति बनी हुई है। उन्‍होंने सरकार की तरफ से सकारात्‍मक पहल की उम्‍मीद जताई है।

लगातार पड़ रहे छाप और सील किए जा रहे राइस मिल

राइस मिलर्स पर धान का उठाव करने के लिए सरकार ने दबाव बढ़ा दिया है। रविवार और सोमवार को आधा दर्जन से ज्‍यादा राइस मिलों पर छापे मारे गए। इसमें राइस मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मील भी शामिल हैं। कई राइस मिलों को सील कर दिया गया है। चर्चा है कि इसी दबाव की वजह से राइस मिलर्स का एक धड़ा धान का उठाव करने को राजी हो गया है।

Rice Mill सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप

राइस मिलर्स एसोसिएशन सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहा है। राइस मिलर्स के अनुसार पिछले दो- तीन का साल का विभिन्‍न मदों में करोड़ों रुपये का भुगतान बाकी है। राज्‍य सरकार भुगतान नहीं कर रही है। इससे राइस मिलर्स के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।

इसकी वजह से इस वर्ष राइस मिलर्स कस्‍टम मिलिंग के लिए पंजीयन नहीं करा रहे थे, लेकिन फिर सरकार के साथ हुई वार्ता में मिलर्स की मांगों पर सहमति बनी, जिसके बाद उन्‍होंने पंजीयन करा लिया और धान का उठाव भी शुरू कर दिया गया। इस बीच कैबिनेट की बैठक में उनके कुछ मांगें ही मानी गई। इससे नाराज होकर राइस मिलर्स ने 20 दिसंबर तक उठाव नहीं करने का फैसला किया था।

Rice Mill  प्रदेश के कई केंद्रों में खरीदी बंद

इस बीच प्रदेश के कई धान खरीदी केंद्रों में धान खरीदी बंद कर दी गई है। कांग्रेस की तरफ से ऐसे कई आदेश वायरल किए जा रहे हैं, जिसमें समितियों ने स्‍टाक अधिक होने के कारण किसानों से और धान लेने से मना कर दिया है। बताया जा रहा है कि कई जिलों के अधिकांश धान खरीदी केंद्रों में बफर स्‍टाक की लिमिट से भी ज्‍यादा धान जमा हो गया है।

Rice Mill  विधानसभा में हुआ जमकर हंगामा

विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन कांग्रेस ने धान खरीदी का मुद्दा सदन में उठाया। इस दौरान दोनों तरफ से जमकर गर्मा- गर्मी हुई। मीडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि धान खरीदी पूरी तरह ठप हो गई है। खरीदी केंद्रों के डाटा एंट्री आपरेटर हड़ताल पर हैं। राइस मिलर्स धान का उठाव नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह से धान खरीदी नहीं हो रही है किसान परेशान हैं।    

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