Saumya Chourasiya: रायपुर। कोयला घोटाला के आरोप में जेल में बंद राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। लंबे समय से जेल में बंद सौम्या को एसीबी-ईओडब्ल्यू ने फिर गिरफ्तार कर लिया है।
केंद्रीय जेल रायपुर में बंद सौम्या को विशेष कोर्ट से मिले प्रोडक्शन वारंट के आधार पर गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया। ईओडब्ल्यू ने सौम्या से पूछताछ के लिए कोर्ट से 14 दिन की रिमांड मांगी थी। सौम्या के वकील ने पुलिस रिमांड का विरोध किया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने सौम्या की 10 दिन की पुलिस रिमांड मंजूर कर ली।
सौम्या का रिमांड मिलने के बाद उन्हें ईओडब्ल्यू के मुख्यालय लाया गया, जहां अलगे 10 दिनों तक पूछताछ चलेगी। सौम्या को अब 18 नवंबर को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा।
सौम्या चौरसिया से ईओडब्ल्यू अब आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूछताछ करेगी। ईओडब्ल्यू ने हाल ही में सौम्या के खिलाफ आय से अधिक संपित्त अर्जित करने के मामले में एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि सौम्या ने 29 से ज्यादा संपत्ति अपने रिश्तेदार सहित अन्य लोगों के नाम पर खरीदी है, जिसकी कीमत करोड़ों में है।
छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में पावर फुल अधिकारियों में शामिल रही सौम्या चौरसिया को ईडी ने कोयला घोटाला के आरोप में 2 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। तब से सौम्या चौरसिया जेल से बाहर नहीं आ पाई हैं। इस दौरान उन्होंने लोवर कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जमानत के लिए याचिका लगा चुकी हैं, लेकिन कहीं से राहत नहीं मिली है।
छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने शुक्रवार (8 नवंबर) को एनकाउंटर में एक आरोपी को ढेर कर दिया। मारे गए आरोपी अमित जोश पर 36 से ज्यादा एफआईआर दर्ज है।
पुलिस का दावा है कि अपना दहशत बनाए रखने के लिए वह किसी पर भी गोली चला देता था। एनकाउंटर के दौरान भी अमित ने ही पहले पुलिस पर गोली चलाई और जवाबी कार्रवाई में मारा गया। राज्य में 12 साल बाद किसी अपराधी का एनकाउंटर किया गया है।
इससे पहले छत्तीसगढ़ में कब-कब एनकाउंटर हुआ। छत्तीसगढ़ में पहला एनकाउंटर कब हुआ था। छत्तीसगढ़ में अब तक कितने एनकाउंटर हो चुके हैं जानने के लिए यहां क्लिक करेंAMP