Today’s Weather: रायपुर। बंगाल की खाड़ी में बने ऊपरी हवा के चक्रवात की वजह से आ रही नम हवा ने पूरे प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर दिया है। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए हुई हैं। बादलों की वजह छत्तीसगढ़ से ठंड गायब हो गई है। ज्यादातर स्थानों का तापमान बढ़ रहा है।
उधर, बस्तर संभाग में बारिश हो रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि दीपावली के दिन राज्य के एक दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
बंगाल की खड़ी से आ रही नम हवा का सबसे ज्यादा असर बस्तर संभाग पर पड़ रहा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा का चक्रवात दक्षिणी आंध्रप्रदेश के पास सक्रिय है। इसी वजह से इसका बस्तर संभाग पर ज्यादा असर पड़ रहा है।
बुधवार को नारायणपुर के ओरछा में 4 सेमी बारिश हुई। कोहकामेटा में भी 4 सेमी वर्षा दर्ज की गई है। बस्तर संभाग के ही लोहंडीगुड़ा में 3, कोंडगांव में 2 और बस्तर में 1 सेमी सहित संभाक के कुछ और स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई है।
दीपावली के दिन भी छत्तीसगढ़ के ज्यादातर स्थानों पर बादल छाए रह सकते हैं। इस दौरान एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। रायपुर को लेकर मौसम विभाग का अनुमान है कि यहां आसमान में बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश की कोई विशेष संभावना नहीं है। तापमान में बदलाव की कोई संभावना नहीं दिख रही है।
छत्तीसगढ़ में पेंड्रा रोड और अंबिकापुर में अच्छी ठंड पड़नी शुरू हो गई थी, लेकिन वहां भी पारा चढ़ने लगा है। दोनों स्थानों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर चला गया है। बुधवार को पेंड्रा रोड का अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से 3 और 4 डिग्री अधिक है।
अंबिकापुर का अधिकतम तापमान 32.5 और न्यूनतम तापमान 19.8 रिकार्ड किया गया। दोनों तापमान सामान्य से 5 से 4 डिग्री अधिक है। रायपुर का अधिकत तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया गया।
बिलासपुर का अधिकतम तापामन 32.6 और न्यूनतम 24.6 रिकार्ड किया गया। जगदलपुर का 32.3 और 22.4 डिग्री रहा। इसी तरह दुर्ग का अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री रिकार्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 22.4 रहा। राजनांदगांव का अधिकतम तापमान 33.5 और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस रहा।
छत्तीसगढ़ में दो ऐसे मुख्यमंत्री बने हुए हैं जिन्होंने जब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तब वे विधानसभा के सदस्य नहीं थे। राज्य के पहले और दूसरे मुख्यमंत्री उप चुनावों के जरिये विधानसभा पहुंचे थे। इस खबर को विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंAMP
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