SI Bharti 2018 रायपुर। सूबेदार-एसआई कैडर की भर्ती परीक्षा में शामिल हुए युवा रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर नवा रायपुर में आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। आंदोलन को 5 दिन हो गया। सरकार की तरफ से मांगें मानने की बजाए सरकार आंदोलन खत्म करने और आंदोलनकारियों को हटाने के प्रयास में लगी है। आंदोलन कर रहे युवाओं को उठा कर ले जाया जा रहा है, लेकिन उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जा रहा है।
इस बीच लगातार भूखे-प्यासे रहने की वजह से कई आंदोलनकारियों की तबीयत बिगड़ने लगी है, लेकिन सरकार की तरफ से अब तक उनकी मांगों पर कोई सार्थक पहल नहीं की गई है। देर रात पुलिस जबरिया उठा कर अभनपुर के स्वास्थ्य केंद्र ले गई। पूर्व सैनिक अभ्यर्थी भीखम लाल साहू 5 दिन से और जय मोहन 4 दिन से रिजल्ट जारी करने की मांग लेकर भूख हड़ताल पर बैठे थे। वहीं एक अन्य युवती भी आमरण अनशन पर बैठी है।
हर समय 100 से ज्यादा अभ्यर्थी उनके धरना स्थल पर जमा हुए हैं। शनिवार की देर रात प्रशासन की टीम 5 गाड़ियों में भरकर नवा रायपुर के तूता धरना स्थल पहुंची। मेडिकल टीम ने कहा कि दोनो अभ्यर्थियों का ब्लड प्रेशर और शुगर काफी कम है। उन्हे अस्पताल में भर्ती करना होगा। अभ्यर्थी रिजल्ट आए बिना उठने से इंकार करने लगे लेकिन उन्हें टांग कर गाड़ियों में ले गए। अभ्यर्थियों का कहना है की हाईकोर्ट की डबल बेंच ने भर्ती रद्द करने की याचिका को सिरे से खारिज कर दिया है इसके बाद भी प्रशासन क्यो रिजल्ट जारी नहीं कर रहा है। नाराज होकर भूख हड़ताल पर बैठने वालों की संख्या बढ़ते जा रही है।
एसआई भर्ती में शामिल ये युवा ऐसे ही अचानक आंदोलन करने नहीं पहुंच गए, बल्कि इससे पहले उन्होंने लंबा संघर्ष किया है। हर उस दरवाजे पर गए जहां से उन्हें थोड़ी भी उम्मीद दिखी।
SI Bharti 2018 इस भर्ती प्रक्रिया के बीच प्रदेश में 2 सरकार बदल गई और तीसरी सरकार आ गई है, लेकिन रिजल्ट अब तक जारी नहीं हुआ। भर्ती की यह प्रक्रिया डॉ. रमन सिंह की सरकार के दौरान शुरू हुई। भूपेश बघेल सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करके सत्ता से बाहर हो गई और विष्णुदेव साय की सरकार आ गई है, लेकिन भर्ती का परिणाम अब तक जारी नहीं हुआ है, जबकि रिजल्ट जारी करने की सारी बाधाएं दूर हो चुकी है।
कोर्ट में जितने मामले थे, सभी का निराकरण हो चुका है। चयनितों का साक्षात्कार हो चुका है। इतना ही नहीं, चयन समिति में शामिल अधिकारी दावा कर रहे हैं कि उन्होंने अपना-अपना रिजल्ट तैयार कर लिफाफा में बंद कर रखा है, सरकार जिस दिन कहेगी उस दिन सौंप दिया जाएगा। ऐसे में बार-बार सवाल उठ रहा है कि जब सब कुछ हो चुका है तब रिजल्ट क्यों नहीं जारी किया जा रहा है। उल्टे इसी कैडर में नई भर्तियों को मंजूरी दी जा रही है।
पिछले महीने SI Bharti 2018 के अभ्यर्थियों ने डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा का निवास घेरा था, उन्होंने आश्वासन दिया था, लेकिन हुआ कुछ नहीं है। इस मामले में मंत्री और अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अफसर के अनुसार पूरा मामला सरकार के स्तर पर विचाराधीन है। सरकार की तरफ से जिस दिन निर्देश होगा परिणाम जारी कर दिया जाएगा। अफसर कह रहे हैं यह बात समझ से परे है कि आखिर रिजल्ट जारी क्यों नहीं किया जा रहा है।
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