Brijmohan रायपुर। राजधानी रायपुर में आबादी लगातार बढ़ रही है। इसका असर अपराध और सड़क हादसों पर भी पड़ रहा है। आबादी, अपराध और वाहनों की संख्या के हिसाब से राजधानी और जिला में पुलिस अमला उपलब्ध नहीं है। इसको लेकर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने चिंता जाहिर की है।
सांसद अग्रवाल ने इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा कि रायपुर पुलिस में पर्याप्त बल न होने के कारण एक ओर जहां, पुलिस विभाग का कार्य प्रभावित हो रहा है, वहीं जनता को भी तकलीफ हो रही है। राजधानी की जनसंख्या करीब 16 लाख से भी अधिक हो गई है। रायपुर के चारो तरफ राजधानी का फैलाव भी हो रहा है। वर्तमान में साईबर अपराध सहित अनेक नए-नए अपराध के तरीके अपराधी इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसे रोकने के लिए पर्याप्त पुलिस बल की आवश्यकता है।
सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि रायपुर जिले में पुलिस बल की स्वीकृत संख्या 3805 है। इसमें 796 पद खाली हैं। उन्होंने लिखा है कि 377 व्यक्ति के पीछे एक पुलिस स्वीकृत है, लेकिन यहां 477 व्यक्ति के पीछे एक पुलिस कर्मी उपलब्ध है। आरक्षक के 2738 पदों में से 731 पद खाली हैं। प्रधान आरक्षक के 14, उप निरीक्षक 91 पद सहित विभिन्न वर्गों के 796 पद जिले में रिक्त है।
सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि वर्ष 2023 के आंकड़ों के अनुसार रायपुर जिले की जनसंख्या 30 लाख के आसपास है। इसमें रायपुर, बिरगांव, मंदिर हसौद और माना नगरीय ईकाई का मिलाकर तो 20 लाख के आसपास की आबादी तो शहर में ही रहती है। जिले में सडक की लंबाई 3005 किमी है। इसी तरह रायपुर जिला में पंजीकृत वाहनों की संख्या 17,94 201 है। दूसरे जिलों के कभी करीब इतने ही वाहन राजधानी में हर समय रहते हैं।
सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि रायपुर यातायात शाखा के लिए स्वीकृत बल Bureau of Police Research & Development (BPR&D) के अनुसार 2388 होनी चाहिए। इसकी तुलना में रायपुर में बल की संख्या मात्र 416 है। सांसद ने यातायात पुलिस में 1972 पदों को स्वीकृत करने की मांग की है।