PSC रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CG PSC) की भर्ती में हुई गड़बड़ी के मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने आज दो और लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए लोगों सीजी पीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी का भतीजा नितेश सोनवानी और पीएससी का डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर शामिल हैं। पकड़े गए दोनों आरोपियों को सीबीआई ने रायपुर की विशेष कोर्ट में पेश किया गया है।
बता दें कि इस मामले में सेवानिवृत्त आईएएस अफसर और सीजी पीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी को सीबीआई पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सोनवानी और बजरंग पावर के डॉयरेक्टर एसके गोयल को सीबीआई ने 19 नवंबर को गिरफ्तार किया था।
दोनों अभी जेल में हैं। गोयल पर बेटा और बहु की नौकरी के लिए एनजीओ के माध्यम से रिश्वत देने का आरोप है। गोयल की बहु कांग्रेस नेता सुधीर कटियार की बेटी है। दोनों का पीएससी में चयन हुआ था।
पीएससी भर्ती में गड़बड़ी का यह पूरा मामला प्रदेश में कांग्रेस शासन के दौरान का है। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाकर पीएससी भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने अफसरों और नेताओं के रिश्तेदारों के चयन का आरोप लगाते हुए कोर्ट में ऐसे 18 लोगों की सूची भी सौंपी।
विधानसभा चुनाव 2023 में पीएससी भर्ती का यह मामला गरमा गया। भाजपा ने सरकार बनने पर पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की घोषणा की। सत्ता परिवर्तन के बाद राज्य सरकार की जांच एजेंसी एसीबी-ईओडब्ल्यू ने अभ्यर्थियों के माध्यम से मिली शिकायतों के आधार पर एफआईआर दर्ज की।
वहीं बालोद के अर्जुंदा थाने में भी एक रिपोर्ट दर्ज की गई। इन्हीं मामलों को सरकार ने सीबीआई को जांच के लिए ट्रांसफर किया है। अब तक चार लोग गिरफ्तार मामला अपने हाथ में लेने के बाद सीबीआई ने सबसे पहले छापामार कार्रवाई की।
सोनवानी समेत अन्य लोगों के यहां छापामार कर दस्तावेज और इलेक्ट्रानिक साक्ष्य जब्त किया। इसके आधार पर संबंधित लोगों से पूछताछ की गई। इस मामले में सीबीआई अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें टामन सिंह सोनवानी, एसके गोयल, नितेश सोनवानी और ललित गनवीर शामिल हैं।