CG Vidhan Sabha रायपुर। जल जीवन मिशन योजना को लेकर भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने विभागीय मंत्री और डिप्टी सीएम अरुण साव को घेरा। योजना के तहत कई गांवों में बिना जल स्रोत के ही पाईप लाइन बिछाने और नल कनेक्शन देने का मामला सामने आया है। इस दौरान चंद्राकर ने सदन में मंत्री की घोषणा के बावजूद जनकारी नहीं दिए जाने पर भी विरोध दर्ज जताया।
CG Vidhan Sabha इस दौरान मंत्री साव ने बताया कि योजना जब डीपीआर तैयार किया गया तब कई गांवों में एक जल स्रोत की पहचान की गई। इसके आधार पर योजना को मंजूरी दी गई और काम शुरू हुआ। उन्होंने बताया कि प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद अप्रैल 2024 से ऐसे गांवों में नलकूप खनन का काम शुरू किया गया है। साव ने यह भी बताया कि इस योजना से जुड़े छह ईई सस्पेंड किए जा चुके हैं।
इस दौरान साव ने योजन के संबंध में विस्तार से जानकारी देनी शुरू की तो चंद्राकर ने नराजगी भरे स्वर में कहा कि आप अच्छा काम कर रहे हैं, आप जिनती कहेंगे उतनी प्रशंसा कर दूंगा, लेकिन मैं प्वाइंटेड प्रश्न कर रहा हूं। उसका उत्तर दीजिए।
मंत्री साव ने बताया कि जल जीवन मिशन योजना 2028 तक बढ़ा दी गई है। राज्य में इस योजना पर 2600 करोड़ रुपये खर्च होना है। अब तक 1300 हजार करोड़ ही खर्च हुआ है। उन्होंने कहा कि जब तक काम पूरा नहीं हो जाता किसी भी ठेकेदार को 70 प्रतिशत से ज्यादा का भुगतान नहीं होगा। चंद्राकर के बार- बार कार्रवई को लेकर सवाल किए जाने पर साव ने कहा कि इस मामले में हम ने पहले भी कार्रवाई की है, आगे भी जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के एक प्रश्न के उत्तर में उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने बताया कि जनवरी 2024 से अब तक राज्य में 5 मिनी स्टील प्लांट बंद हो गए हैं। इस दौरान उद्योग मंत्री ने कहा कि जिन लोगों की नौकरी गई है उन्हें नियमानुसार मदद दी जाएगी। इस खबर को डिटेल में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंAMP