Kurmi Samaj रायपुर। छत्तीसगढ़ में डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना का नाम यथावत न रखने और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पिछड़ा वर्ग को आरक्षण न देने पर कुर्मी समाज में जबरदस्त आक्रोश है। समाज द्वारा लगातार किए जा रहे धरना-प्रदर्शन और विरोध के बावजूद सरकार की चुप्पी ने नाराजगी को और गहरा दिया है। मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज ने साफ शब्दों में सरकार को चेतावनी दी है कि समाज को हल्के में न लिया जाए।
नरदाहा के अंतराम बर्छिहा भवन में आयोजित केंद्रीय बैठक में समाज के वरिष्ठ नेताओं ने सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार किया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष खोड़स राम कश्यप ने कहा, “सरकार ने समाज की भावनाओं की अनदेखी की है। यदि हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो आंदोलन और तेज होगा।
बैठक में आगामी महाधिवेशन की तैयारियों पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। साथ ही सामाजिक सर्वेक्षण को प्राथमिकता से फरवरी तक पूरा करने का आग्रह राज प्रधानों से किया गया। समाज के आंतरिक प्रकरणों पर भी गंभीरता से चर्चा कर समाधान निकालने का निर्णय लिया गया।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत स्तर पर पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण न देने पर कुर्मी समाज ने तीखी प्रतिक्रिया दी। समाज के नेताओं ने कहा कि कुर्मी समाज पिछड़ा वर्ग में शामिल है और पिछले चुनावों में 6 जिलों में आरक्षण मिला था, लेकिन इस बार पूरी तरह से अनदेखी कर समाज का अपमान किया गया है।
समाजकेंद्रीय बैठक में मौजूद सभी पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों ने एकजुट होकर सरकार को स्पष्ट संदेश दिया कि अगर समाज की मांगों को अनदेखा किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
Kurmi Samaj बैठक में केंद्रीय सलाहकार रघुनंदन लाल वर्मा, तोरण नायक, डी सी वर्मा, मोती लाल वर्मा, मीना वर्मा, यशवंत वर्मा, संतोष आडील,राज प्रधान ठाकुर राम वर्मा ,चिंता राम वर्मा,नीलमणि परगनिहा,राम खिलावन वर्मा, सत्यभामा परगनिहा, हरिराम वर्मा , जागेश्वर वर्मा ,सरिता बघेल केंद्रीय महिला अध्यक्ष, युवा अध्यक्ष चंद्रकांत वर्मा, प्रवीण धुरंधर,शेखर वर्मा सहित भारी संख्या में पदाधिकारी मौजूद रहे।