Power News: रायपुर। छत्तीसगढ़ पावर कंपनी में उपभोक्ताओं की श्रेणी बदलकर बिलिंग में खेल करने का मामला कुछ समय पहले सामने आया था। कंपनी की विजिलेंस की टीम ने जांच के दौरान ऐसे कई मामले पकड़े जहां गैर घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं के यहां औद्योगिक श्रेणी में बिलिंग की जा रही थी। विजिलेंस की टीम ने नियमानुसार जुर्मान की कार्रवाई की, लेकिन कंपनी के अफसरों ने जुर्माना माफ कर दिया। इसके लिए कंपनी के साफ्टवेयर में अस्थायी बदलाव किया गया।
Power News: यह पूरा ममाला कंपनी के ही एक इंजीनियर की तरफ से लगाए गए आईटीआई के बाद उजागर हुआ। उपभोक्ताओं की श्रेणी में हुए इस खेल का दस्तावेज सार्वजनिक होने के साथ ही यह चर्चा में आ गया। चतुरपोस्ट ने भी इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया। इससे कंपनी के अफसर भड़क गए और उन्होंने इस खेल को उजागर करने वाले विजिलेंस कार्यपालन अभियंता को नोटिस जारी कर दिया।
हालांकि यह मामला पुराना हो चुका है, लेकिन इससे कंपनी के अफसरों की कार्यप्रणाली उजागर हो रही है। एक अधिकारी जिसने कंपनी के हित में चोरी पकड़ी उसे ही नोटिस जारी करके अनुशासनात्मक कार्यावाही की चेतावनी दी गई थी। कंपनी के कार्यपालक निदेशक की तरफ से जारी इस नोटिस में कार्यपालन अभियंता (सतर्कता) पर मीडिया को भ्रामक और तथ्यहीन जानकारी देने का आरोप लगा। कहा गया कि यह काम सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 10 का उल्लंघन है। आरोप पत्र में कहा गया कि सर्तकता जांच में की गई बिलिंग की जांच और उसे वसूल किए जाने की जवाबदारी संबंधित संभाग की ही होती है।
Power News: इस नोटिस के लिखित जवाब में कार्यपालन अभियंता (सतर्कता) ने कहा कि मैं अपनी जिम्मेदारियों को भलीभात समझता हूं। मेरे द्वारा सतर्कता जांच की बिलिंग और अन्य कार्यालीन कार्यों से संबंधित अपने उच्च कार्यालय से पत्राचार अवश्य करता हूं लेकिन सोशल मीडिया अथवा किसी बाहरी संस्था या व्यक्तियों को अपने कार्यालय से संबंधित कोई भी जानकारी सांझा नहीं करता हूं।