CG Power Demand:रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीते कई दिनों से बारिश नहीं हो रही है। दिन में तीखी धूप और शाम को उमस भरी गर्मी ने बिजली की मांग बढ़ा दी है। शहरी क्षेत्रों में पंखा, कुलर और एसी का लोड बढ़ा है तो ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि पंपों ने बिजली कंपनी पर भार बढ़ा दिया है।
यह समय धान की फसलों के पकने का है, इस समय धान को ज्यादा पानी की जरुरत पड़ती है, लेकिन बारिश नहीं होने के कारण किसानों को अपनी फसल बचाने के लिए पंप चलाना पड़ रहा है। इसका सीधा असर बिजली की मांग पर पड़ रहा है।
शुक्रवार की शाम को बिजली की अधिकतम मांग करीब 5776 मेगावॉट तक पहुंची थी, लेकिन एक दिन पहले बिजली की डिमांड ने कहर ढाह दिया था। बिजली अफसरों के अनुसार गुरुवार शाम 6 बजे के करीब बिजली की मांग 5898 मेगावॉट (करीब 5900) मेगावॉट तक पहुंच गई थी।
अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में बिजली की इतनी मांग देखकर अफसरों की सांसे ऊपर- नीचे होने लगीं। जानकारों के अनुसार अक्टूबर के महीने में बिजली की मांग में इतनी ज्यादा बढ़ोतरी अप्रत्याशीत है। गुरुवार की शाम को पीक ऑवर में बिजली की मांग ज्यादातर समय 5700 मेगावॉट के ऊपर ही रही। लेकिन शुक्रवार को थोड़ी राहत रही। शुक्रवार को पीक ऑवर में 5576 मेगावॉट तक जाने के बाद फिर मांग में कमी आ गई। दोपहर में बिजली की मांग 5400 से 5500 मेगावॉट तक रही। शाम को शाम छह बजे के बाद बिजली की मांग बढ़नी शुरू हुई, लेकिन फिर 5300 से 5500 मेगावॉट के बीच आ गई।
बिजली की मांग उच्चतम स्तर पर जाने के बावजूद बिजली अफसर राज्य में कहीं भी बिजली कटौती से इन्कार कर रहे हैं। अफसरों के अनुसार अचानक बढ़ी बिजली की मांग को पूरा करने के लिए कुछ देर के लिए ग्रिड से ओवर ड्रा करना पड़ रहा है, लेकिन कटौती कहीं नहीं की जा रही है।
किसान संगठन कृषि पंपों को 24 घंटे बिजली देने की मांग कर रहे हैं। अभी पंपों को 18 घंटे बिजली मिल रही है। कृषि पंपों की बिजली में 6 घंटे की कटौती भी किसानों को मंजूर नहीं है। पंपों को पूरे 24 घंटे बिजली देने की मांग को लेकर किसानों को बैठक भी हो चुकी है।
जानिए.. कितनी रहती है छत्तीसगढ़ में बिजली की अधिकतम मांग
पॉवर कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार 2024-24 बिजली की अधिकतम मांग 6372 मेगावॉट तक गई थी, जबकि औसत मांग 5109 मेगावॉट रही। प्रदेश में बिजली की उपलब्धता 6400 मेगावॉट थी। 2023-24 में बिजली की अधिकतम मांग 6236 मेगावॉट तक गई थी, जबकि औसत मांग 4514 मेगावॉट रही।
छत्तीगसढ़ में बिजली की उपलब्धता
छत्तीसगढ़ की सरकारी बिजली कंपनी को अपने संयंत्रों से 2100 से 2200 मेगावॉट बिजली मिल रही है। बाकी बिजली केंद्रीय कोटा में हिस्सा के रुप में मिलता है। इसके बाद जरुरत पड़ने पर ग्रिड से ओवर ड्रा किया जाता है। वैसे छत्तीगसढ़ की बिजली कंपनी को ओवर ड्रा करने की जरुरत बहुत कम पड़ती है ज्यादातर समय कंपनी के पास अतिरिक्त बिजली उपलब्ध रहती है।