MLA Of CG रायपुर। कोई विधायक जनता के मुद्दों के प्रति कितना गंभीर है, वह जनता की समस्याओं के समधान के प्रति कितना जागरुक है, इसके आंकलन का एक आधार विधानसभा में विधायक का प्रदर्शन है। विधानसभा सत्र के दौरान कोई विधायक सदन में कितने दिन उपस्थित रहता है। कितने प्रश्न लगाता, कितने मुद्दें उठाता है और कितनी चर्चाओं में शामिल होता है, यह सब विधायक की सक्रियता के आंकलन का आधार है।
इन सबमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि विधायक ने सत्र के दौरान कितने प्रश्नों की सूचना दी और उसमें से कितने प्रश्न सदन में उठाए गए। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि प्रदेश की मौजूदा विधानसभा में छह ऐसे विधायक हैं जिन्होंने अब तक विधानसभा में एक भी प्रश्न नहीं पूछा हैं। वहीं कुछ विधायक ऐसे हैं जो अब तक 100 से ज्यादा प्रश्न लगा चुके हैं।
छत्तीगसढ़ की मौजूदा विधानसभा के पहले सत्र की पहली बैठक 19 दिसंबर 2023 को हुई थी। पहला सत्र तीन दिनों तक चला था। इसके बाद से छत्तीगसढ़ विधानसभा की तीन और बैठकें हो चुकी है। इसमें एक फरवरी 2024 में हुई थी, जो बजट सत्र था। इसके बाद जुलाई और दिसंबर 2024 में विधानसभा का सत्र हो चुका है।
छत्तीसगढ़ की मौजूदा विधानसभा की अब तक चार सत्र हो चुके हैं। इसमें सदन की 29 बैठक हो चुकी है। इसमें पहला सत्र दिसंबर 2023 में हुआ था तब सदन की तीन बैठक 19, 20 और 21 को हुई थी। इसके बाद फरवरी- मार्च 2024 में बजट सत्र का कार्यक्रम जारी किया गया था, लेकिन सत्र समय से पहले समाप्त हो गया था। बजट सत्र में सदन की कुल 17 बैठकें हुई थी। इसके बाद जुलाई 2024 में मानसून सत्र हुआ। मानसून सत्र के दौरान सदन की पांच बैठक हुई, जबकि इसी महीने शीतकालीन सत्र में सदन की चार बैठक हुई। इसमें तीन दिन चले पहले सत्र के अलावा बाकी सभी सत्र के दौरान प्रश्नकाल हुआ है।
सदन की 29 में से 26 बैठकों में प्रश्नकाल हुआ है। इस दौरान छह ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने अब तक एक भी प्रश्न नहीं पूछा है। ये सभी विधायक सत्ता पक्ष यानी भाजपा के हैं। विधानसभा सचिवालय के रिकार्ड (वेबसाइट पर अपलोड) के अनुसर प्रश्न नहीं पूछने वाले विधायकों की सूची में जिन विधायकों का नाम है उनमें रेणुका सिंह, भूलन सिंह मराबी, अमर अग्रवाल, डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, विक्रम उसेंडी और नीलकंठ टेकाम शामिल हैं।
विधानसभा में सबसे ज्यादा सवाल पूछने वालों में भी भाजपा के विधायकों की संख्या अधिक है। सदन में अब तक एक विधायक ने अधिकतम 112 सवाल पूछे गए हैं। 112 सवाल पूछने वाले विधायकों की संख्या नौ है। इनमें पुन्नूलाल मोहले, धर्मजीत सिंह, धरमलाल कौशिक, सुशांत शुक्ला, बालेश्वर साहू, अजय चंद्रकार, भावना बोहरा, हर्षिता बघेल और भोला राम साहू शामिल हैं।
सदन में प्रश्नकाल के लिए सवाल लगाने के मामले में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत का रिकार्ड अच्छा है। डॉ. महंत अब तक 104 प्रश्न लगा चुके हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केवल 13 प्रश्न किए हैं। पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार में मंत्री रहे उमेश पटेल ने 68 और कवासी लखमा ने 52 प्रश्न पूछा है।
100 या उससे अधिक प्रश्न करने वाले विधायकों की संख्या गिनती की है। राजेश मूणत, अंबिका मरकाम और दलेश्वर साहू 108-108 प्रश्न किए हैं। इंद्रशाह मंडावी और शेषराज हरवंश भी इस सूची में शामिल हैं। इन दोनों विधायकों की तरफ से पूछे गए प्रश्नों की संख्या 101 है।
10 से कम प्रश्न करने वाले विधायकों की संख्या तीन है। इनमें भईया लाल राजवाड़े 08, उद्धेश्वरी पैकरा 07 और विनायक गोयल 05 सवाल शामिल है।
90 से ज्यादा प्रश्न करने वाले विधायकों में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और जगदलपुर से पहली बार के विधायक किरण सिंहदेव का नाम चौथे नंबर पर है। वे अब तक 93 प्रश्न कर चुके हैं। यशोदा वर्मा 98, इंद्र साव 97 और लालजीत सिंह राठिया ने 94 प्रश्न किए हैं। राघवेंद्र कुमार सिंह 88, दिलीप लहरिया 80, राम कुमार यादव 86, चातुरी नंद 82, संपत अग्रवाल 88, द्वारिकाधीश यादव 88, संदीप साहू 85, मोती लाल साहू 80, संगीता सिन्हा 89, राम कुमार टोप्पो 53, गोमती साय 64, अटल श्रीवास्तव 58, ब्यास कश्यप 72, कविता प्राण लहरे 52, अनुज शर्मा 74, इंद्र कुमार साहू 57, ओंकार साहू 50, आशा राम नेताम 52, लता उसेंडी 55 और विक्रम मंडावी ने 58 प्रश्न किए हैं।