Raipur रायपुर स्थित स्वामी विवेकानंद अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर चेकइन (प्रवेश) का तरीका बदल गया है। एयरपोर्ट प्रबंधन की तरफ से इस संबंध में एक बयान जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय की पहल से हवाई यात्रा को सहज, परेशानी मुक्त और जोखिम-मुक्त बनाने के लिए डिजी यात्रा सिस्टम को शुरू किया गया है। यह हवाई यात्रा को आरामदायक बनाने के उद्देश्य से पहचान, यात्रा, अथवा किसी अन्य डेटा को डिजिटल रूप से मान्य करने के लिए फेस बायोमेट्रिक्स के सिंगल टोकन का उपयोग करता है।
1. ऐप के माध्यम से एक बार नामांकन ।
2. अपनी यात्रा से पहले क्रेडेंशियल साझा करना।
स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर में डिजी यात्रा सुविधा 25 जून 2024 से चालू हो गया है। इस सिस्टम में टर्मिनल बिल्डिंग के एंट्री गेट पर तीन ई-गेट, प्री एसएचए (सिक्योरिटी होल्ड एरिया) पर दो ई-गेट एवं बोर्डिंग गेट पर आठ फेस पॉड लगाए गए हैं। सभी ठीक से काम कर रहे हैं। लगभग 10% यात्री इस सुविधा का लाभ उठा रहे है। सभी सम्बंधित एजेंसीयों को इसका प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
डिजी यात्रा सुविधा एक फैसियल रिकॉग्निशन सिस्टम है और पूरी तरफ पेपरलेस व्यवस्था है। आपको एयरपोर्ट पर एंट्रीए सिक्योरिटी चेकए एयरक्राफ्ट में बोर्डिंग या लगेज ड्रॉफ के समय सिर्फ अपना चेहरा दिखाना होगा। किसी तरह के फिजिकल बोर्डिंग पास कोई और कागज या दूसरी चीज नहीं दिखानी होगी।
नाम
ईमेल आईडी
मोबाइल नंबर
पहचान पत्र-वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार या अन्य
जानिये…कैसे होगा पंजीयन
डिजी यात्रा पर खुद को रजिस्टर करना बहुत आसान है। प्ले स्टोर या आईओएस से डिजी यात्रा एप्लीकेशन डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप्लीकेशन में मोबाइल नंबर और ओटीपी के जरिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। इसके बाद आप डिजिलॉकर या ऑफलाइन मोड में अपना पहचान पत्र अपलोड कर सकते हैं। आइडेंटिटी प्रोफाइलिंग के बाद आपको अपनी एक सेल्फी अपलोड करनी होगी। इसके बाद आपकी डिजी यात्रा आईडी बन जाएगी। बेबसाइट के अनुसार टिकट बुक करते समय यात्री अपना डिजी यात्रा आईडी नंबर बता सकता हैय डिजी यात्रा आईडी सहित उसका डेटा संबंधित एयरलाइंस द्वारा प्रस्थान हवाई अड्डे पर भेज दिया जाएगा।
अगर आप डिजी यात्रा पर रजिस्ट्रेशन के बाद पहली बार ट्रैवल कर रहे हैं तो अपनी आईडी वेरीफाई करवाने के लिए हवाई अड्डे पर डिजी यात्रा पंजीकरण कियोस्क पर जाना होगा। अगर आपने आईडी प्रूफ के तौर पर आधार दिया है तो वेरिफिकेशन ऑनलाइन होगा। अन्य आईडी के मामले मेंए सीआईएसएफ मैन्युअल वेरीफिकेशन करेगा। एक बार आईडी वेरीफाई होने के बाद आपकी फोटो और डाटा डिजी यात्रा सिस्टम में जोड़ दिया जाएगा।
जिन एयरपोर्ट पर डिजी यात्रा सुविधा की शुरुआत हो गई हैए वहां डिजी यात्रा पैसेंजर्स के लिए अलग गेट बनाया गया है। इस गेट पर आपको अपना बोर्डिंग पास या ई.टिकट, मोबाइल में प्रिंट या सॉफ्ट कॉपी को स्कैन करना होगा। बार कोड क्यूआर कोड को स्कैन करने पर सिस्टमए यात्री विवरण और उड़ान विवरण को वेरीफाई करेगा। डिजी यात्रा आईडी फेस रिकग्निशन द्वारा पहचान सत्यापित करेगी। टिकट और डिजी यात्रा आईडी के सफल सत्यापन परए ई-गेट खुल जाएगा। इसी प्रणाली से सिक्योरिटी चेक और विमान बोर्डिंग में प्रवेश मिलेगा।
सरकार के मुताबिक डिजी यात्रा सुविधा को एक सेंट्रल इकोसिस्टम तैयार करने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया कैंपेन का हिस्सा है। इस सुविधा को डिजी यात्रा फाउंडेशन मैनेज करता हैए जो कंपनी अधिनियम 2013 के तहत एक संयुक्त उद्यम कंपनी के तौर पर स्थापित किया गया है। इस फाउंडेशन को हवाई अड्डों पर इंट्री और सिक्योरिटी से जुड़े तमाम गाइडलाइन को परिभाषित करने का जिम्मा भी दिया गया है।
बोर्डिंग पास टिकट के प्रिंट और संभालने के झंझट से मुक्ति
सिक्योरिटी बोर्डिंग की कतार और भीड़भाड़ से छुटकारा
डिजी यात्रा सिस्टम यात्री को पीएनआर के साथ मैप करेगा। इससे हर सिक्योरिटी चेक पर केवल वास्तविक यात्री को ही प्रवेश मिलेगा।
एयरपोर्ट के पास यात्रियों की रियल टाइम जानकारी होगी और संसाधन नियोजन बेहतर हो जाएगा।
एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्थिति जानने से एयरलाइंस को फायदा होगा।