Today’s Weather: रायपुर। छत्तीसगढ़ के किसी भी हिस्सों में पिछले एक सप्ताह से अच्छी बारिश नहीं हुई है। कहीं- कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो रही है या बौछारें पड़ रही है। वहीं सूरज का प्रकोप रोज बढ़ता जा रहा है। इसका सीधा असर तापमान पर पड़ रहा है। प्रदेश में गर्मी बढ़ने के साथ ही लोग उमस से बेचैन हैं।
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता सामान्य से कम रही। एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है। रविवार को सबसे ज्यादा बारिश स्टेशन कटेकल्याण (जिला दंतेवाड़ा) में 2.0 से.मी. वर्षा दर्ज की गई है।
छत्तीगसढ़ में रविवार को सुकमा सबसे गर्म रहा। वहां का तापमान 36.6°C रिकार्ड किया गया। इधर, अंबिकापुर में ठंड ने दस्तक दे दी है। अंबिकापुर में रात का तापमान गिरने लगा है। वहां न्यूनतम तापमान 20.1°C दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार 08 अक्टूबर से उत्तर और दक्षिण छत्तीसगढ़ में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों वर्षा होने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा व गरज चमक के साथ वज्रपात होने की भी संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून के लौटने का क्रम जारी है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा रविवार को नौतनवा, सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) पन्ना, नर्मदापुरम, खरगांव, नंदुरबार और नवसारी से होकर गुज़र रही है।
कहां सक्रिय है कौन सा सिस्टम
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्र और उसके आस-पास के उत्तरी भागों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर स्थित है। झारखंड से मणिपुर तक एक द्रोणिका, जो औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर गंगा तटीय क्षेत्र और उसके आस- पास के उत्तरी भागों पर चक्रवाती परिसंचरण के पार स्थित है।
वहीं, उत्तर तमिलनाडु-दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों से दूर दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर औसत समुद्र तल से 1.5 किमी से 5.8 किमी ऊपर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण स्थित है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है।
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