Administrative Surgery रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक सर्जरी का दौर चल रहा है। सरकार ने शनिवार को 41 IAS अफसरों की ट्रांसफर- पोस्टिंग का आर्डर जारी किया था। इसमें 11 जिलों के कलेक्टर भी बदले गए। इसके दूसरे ही दिन रविवार को IPS कैडर में भी बड़ा बदलाव किया गया है। सरकार ने आज 20 IPS अफसरों का ट्रांसफर किया है। इनमें नौ जिलों के एसपी भी बदल दिए गए हैं।
IPS अफसरों के ट्रांसफर में सबसे ज्यादा चर्चा दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला को हटाए जाने को लेकर हो रही है। बताया जा रहा है कि आईपीएस शुक्ला को दुर्ग एसपी के पद से हटाने की मांग BJP के नेताओं की तरफ से पहले भी की गई थी, लेकिन सरकार ने उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें बनाए रखा, लेकिन अब मामला गंभीर हो गया था। ऐसे में सरकार ने शुक्ला को जिला से हटकार सीधे बटालियन में भेज दिया है।
दुर्ग एसपी शुक्ला को हटाए जाने को लेकर कई तरह की चर्चा है। इसकी सबसे बड़ी वजह छह वर्षीय मासूम बच्ची के साथ अनाचार के बाद हत्या को माना जा रहा है। इस महीने की शुरुआत में हुई इस घटना में पुलिस की जांच और उसके तरीके पर सवाल उठा। आरोप है कि पुलिस ने पीड़िता के ही परिजनों के साथ मारपीट की, जबकि पुलिस इस मामले में बच्ची के चाचा को ही गिरफ्तार कर चुकी है। चाचा का डीएनए भी मैच गया है। बताया जा रहा है कि इस घटना को लेकर एक समाज विशेष के साथ ही आम लोगों में भी पुलिस के प्रति बड़ा आक्रोश है। वहीं, कांग्रेस ने भी इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है।
दुर्ग से हटाए गए शुक्ला के स्थान पर विजय अग्रवाल को वहां का एसपी बनाया गया है। अग्रवाल अभी बलौदाबाजार- भाटापारा जिला के एसपी हैं। अग्रवाल को बलौदाबाजार जिला की कमान ऐसे समय में सौंपी गई थी जब जिला में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब थी। हिंसक भीड़ ने जिला कार्यालय को जाकर खाक कर दिया था। अग्रवाल के एसपी बनने के बाद जिला शांत हो गया। माना जा रहा है कि अग्रवाल को इसी के इनाम के रुप में दुर्ग जैसे बड़े जिला की कमान सौंपी गई है। इसी तरह लंबे समय से लूप लाइन में चल रहे राजेश अग्रवाल को सरगुजा जैसे बड़े जिले की जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि दोनों ही प्रमोटिव आईपीएस हैं।
आईपीएस तबादलों में सरकार ने सरगुजर रेंज आईजी अंकित गर्ग को एसआईबी का आईजी बनाया है। गर्ग लंबे समय तक सीबीआई में पदस्थ रहे हैं। इसी अनुभव को देखते हुए उन्हें एसआईबी में लाया गया है। बता दें कि एसआईबी नक्सल मोर्चो खुफिया सूचनाएं जुटाने की काम करती है। फिलहाल इसकी कमान एडीजी विवेकानंद संभाल रहे हैं। वहीं, डीआईजी अजातशत्रु बहादुर सिंह को इंटेलिजेंश में पदस्थ किया गया है।