CG Budget रायपुर। विष्णुदेव साय सरकार वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट कल विधानसभा में पेश करेगी। यह विष्णुदेव सरकार का दूसरा मुख्य बजट होगा। राज्य सरकार का यह बजट प्रदेश के विकास को गति देने वाला होगा। बजट का आंकड़ा डेढ़ लाख करोड़ रुपये तक जा सकता है। इसमें बस्तर के साथ अन्य पिछड़े क्षेत्रों के विकास पर फोकस रह सकता है। प्रदेश के नगरीय निकायों में भाजपा की सरकार लौटी है, ऐसे में इस बजट में प्रदेश के शहरों के व्यवस्थित विकास के लिए सरकार बड़ी राशि का प्रवधान कर सकती है।
विष्णुदेव साय सरकार अपने दूसरे बजट में राज्य में अद्योसंरचना के विकास के लिए भरपूर राशि दे सकती है। विशेष रुप से नक्सल प्रभवित बस्तर क्षेत्र पर फोकस रह सकता है। बताते चलें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक बस्तर से नक्सलवाद के खात्मे का लक्ष्य रखा है। साथ ही उन्होंने बस्तर में विकास पर विशेष फोकस करने का निर्देश दिया है। वहीं, फोर्स के आक्रामक रुख की वजह से बस्तर से नक्सलवाद की जड़े उखड़ने लगी हैं और वहां से विकास कार्यों की मांग आने लगी है। ऐसे में इस बजट में बड़ी राशि बस्तर संभाग को जा सकती है।
राज्य सरकार अपने इस बजट में गांवों और शहरों को जोड़ने के लिए सिटी बस सेवा के विस्तार की घोषणा सकती है। इसी तरह राज्य के दूसरे जिलों में भी मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल खोलने की घोषणा भी इस बजट में हो सकती है। राज्य में अभी केवल रायपुर में ही मोटर ड्राइविंग स्कूल है। इसके साथ ही नए नालंदा परिसर, लाइब्रेरी और साइंस पार्क बनाने की भी घोषण बजट में हो सकती है।
राज्य सरकार ने अपनी नई औद्योगिक नीति लागू की है। इसमें सरकार ने विभिन्न श्रेणी के उद्योगों को सब्सिडी देने का वादा किया है। इस वादे के तहत सरकार नए बजट में करीब एक हजार करोड़ रुपये का प्रावधान कर सकती है।
विष्णुदेव साय सरकार बजट में कुछ योजनाओं के तहत हितग्राहियों को दी जा रही सहायता राशि में बढ़ोतरी करने की घोषणा कर सकती है। इसी तरह राज्य सरकार की तरफ से जल संरक्षण के लिए राज्य स्तर पर पुरस्कार की घोषणा बजट में की जा सकती है। यह पुरस्कार पूर्व प्रधानमंत्री अजट बिहारी वाजपेयी के नाम पर दिया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ का चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट एक लाख 75 हजार 342 करोड़ रुपये पहुंच गया है। चालू वित्तीय वर्ष का मूल बजट एक लाख 47 हजार 446 करोड़ रुपये का था। इसके बाद राज्य सरकार की तरफ से तीन अनुपूरक बजट पेश किया गया। इसमें पहला अनुपूरक सात हजार 329 करोड़, दूसरा 805 करोड़ 71 लाख 74 हजार 286 करोड़ रुपये का था। तीसरा अनुपूरक बजट विधानसभा के इसी सत्र में पारित किया गया है, जो 19762 करोड़ 12 लाख 42 हजार 523 करोड़ रुपये का था।