CG News नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच बड़ी बैठक हुई। नार्थ ब्लॉक में हुई इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने की। इसमें छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद थे।
शाह की अध्यक्षता में हुई यह बैठक कितनी महत्वपूर्ण थी इस बात का आंजदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसमें राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन, डीजीपी अरुण देव गौतम के साथ एसीएस और पीएस के साथ सचिव रैंक के दो अफसर भी मौजूद थे। बैठक के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों की सराहना की।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई विषयों पर चर्चा हुई। इसमें तीन नए आपराधिक कानूनों के राज्य में क्रियान्वयन की स्थिति पर सबसे पहले बात हुई। इसके बाद बस्तर में नक्सल उन्मूलन और प्रभावित क्षेत्रों के विकास की स्थिति की शाह ने समीक्षा की। बता दें कि केंद्र सरकार ने पुराने कानूनों के स्थान पर तीन नए कानून बनाए हैं। इनमें भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम शामिल है।
बैठक में मुख्यमंत्री साय ने राज्य में तीनों नए कानूनों के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नए कानूनों के लिए राज्य में 27 तरह के एसओपी लागू करने के साथ दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही 37 हजार तीन सौ 85 पुलिस वालों को नए कानूनों को लागू करने के संबंध में ट्रेनिंग दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि नए कानूनों के तहत छत्तीसगढ़ में अब तक 53 हजार नौ सौ 81 एफआईआर दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें से करीब आधे मामलों में कोर्ट में चालान भी पेश किया जा चुका है।
बस्तर में नक्सलवाद के उन्मूलन की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री साय ने बताया कि सुरक्षाबलों के अभियान में कई नक्सली मारे गए हैं, बहुत से आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जबकि कई गिरफ्तार किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार बस्तर को पर्यटन केंद्र के रुप में विकसित करने की योजना पर काम कर रही है। इसके लिए बस्तर संभाग के प्रमुख पर्यटन केंद्रों को तेजी से विकसित किया जा रहा है।