CHIRAG  बस्‍तर में दिल्‍ली के NGO का खेला: शोषण की शिकार हुईं दर्जनों युवतियां…

schedule
2025-03-30 | 04:14h
update
2025-03-30 | 04:14h
person
chaturpost.com
domain
chaturpost.com
CHIRAG  बस्‍तर में दिल्‍ली के NGO का खेला: शोषण की शिकार हुईं दर्जनों युवतियां…

CHIRAG  रायपुर। छत्‍तीसगढ़ के बस्‍तर संभाग को नक्‍सलवाद से मुक्‍त कराने और विकास की मुख्‍यधारा में लाने के लिए सरकारें चौतरफा प्रयास कर रही हैं। वहीं, दूसरी तरफ इस विकास में सहयोग कर रहे लोगों के शोषण की खबरें भी आ रही हैं। ऐसा ही एक मामला चिराग परियोजना में पोषण, सामाजिक व्‍यवहार और संचार परिवर्तन के प्रोजेक्‍ट में काम कर रही महिला समन्‍वयकों का सामने आया है। एनजीओ के माध्‍यम से इस प्रोजेक्‍ट में काम कर रही दर्जनों महिलाएं और युतियां बीते सात महीने से वेतन के लिए भटक रही हैं। उन्‍होंने एनजीओ पर आर्थिक रुप से शोषण करने का आरोप लगाया है।

श्रमायुक्‍त से एनजीओ की शिकायत

वेतन के लिए भटक रही महिला समन्‍वयक छत्तीसगढ़ समावेशी ग्रामीण एवं त्वरित कृषि विकास (CHIRAG) में काम करती हैं। श्रमायुक्‍त से की गई शिकायत में महिला समन्‍वयकों ने बताया है कि बस्‍तर संभाग में इस प्रोजेक्‍ट का काम पीसीआई को मिला था, लेकिन वेतन थर्ड पार्टी अप हील एडवाइजरी (दिल्‍ली) के जरिये दिया जाता था। अगस्‍त 2024 से फरवरी 2025 एनजीओ ने इन समन्‍वयकों का वेतन नहीं दिया है। उससे पहले का यात्रा भत्‍ता भी नहीं दिया गया है।

Advertisement

महिला समन्‍वयकों का आरोप है कि पीसीआई का नियत शुरू से ही ठीक नहीं थी। पीसीआई को छल नहीं करना होता तो समन्‍वयकों को वेतन का भुगतान पीसीआई के जरिये किया जाता। उन्‍होंने बताया कि एनजीओ के लोग अब मिल नहीं रहे हैं। कॉल और वाट्सएप मैसेज के जरिये संपर्क करने पर केवल आश्‍वासन दिया जा रहा है।

CHIRAG  जिलों से जारी हुआ नोटिस

समन्‍वयकों की शिकायत के बाद नारायणपुर और सुकमा समेत अन्‍य जिलों के श्रम पदाधिकारी कार्यालय से अप हील एडवाइजरी  को नोटिस जारी किया गया है। श्रम पदाधिकारियों ने अप हीड एडवाइजरी के पदाधिकारियों को उनका पक्ष रखने के लिए तलब किया है। साथ ही नहीं आने पर एकतरफा कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी है।

अनदेखी के कारण बंद हो गई परियोजना

बता दें कि अंतरराष्‍ट्रीय कृषि विकास कोष (IFAD) और विश्व बैंक से आर्थिक सहायता वाली 17 हजार करोड़ की चिराग परियोजना राज्‍य के अफसरों की अनदेखी के कारण बंद हो गई है। वर्ल्‍ड बैंक ने दिसंबर 2024 में ही इस परियोजना को बंद किए जाने के संबंध में राज्‍य सरकार को सूचना भेज दी थी। क्‍या है यह पूरा मामला जानने के लिए यहां क्लिक करें AMP

CHIRAG  गड़बड़‍ियों की वजह से चर्चा में रही परियोजना

राज्‍य के आदिवासी बाहुल क्षेत्रों में परिवारों की आय बढ़ाने के अवसर के साथ पौष्टिक खाद्य पदार्थों की उपलब्धता में सुधार के लिए इस परियोजना को 2020 में लागू किया गया था। इसके क्रियान्‍यन की जिम्‍मेदारी कृषि विभाग को सौंपी गई थी। पहला विवाद प्रोजेक्‍ट के लिए की गई नियुक्तियों को लेकर  हुआ। प्रोजेक्‍ट में बड़े- बड़े पदों के लिए आईएएस अफसरों की पत्नियों के चयन को लेकर विवाद हुआ। इसके दो अफसरों के भ्रष्‍टाचार को लेकर तत्‍कालीन सरकार में शिकायत हुई, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।

Advertisement

Imprint
Responsible for the content:
chaturpost.com
Privacy & Terms of Use:
chaturpost.com
Mobile website via:
WordPress AMP Plugin
Last AMPHTML update:
30.03.2025 - 04:18:40
Privacy-Data & cookie usage: