Congress रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ चरण दास महंत ने नगरीय निकाय चुनाव के बीच में 2029 में छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा के चुनाव को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। डॉ महंत का यह बयान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके समर्थकों को रास नहीं आ रहा है। हालांकि अभी भूपेश बघेल के खेमे की तरफ से डॉ महंत के बयान पर और सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन अंदरूनी सरगर्मी बढ़ गई है।
डॉ महंत ने 2029 के विधानसभा चुनाव को लेकर जो बयान दिया है उसकी वजह से सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया है। सियासी गलियारों में चर्चा यहां तक होने लगी है कि क्या कांग्रेस आलाकमान भूपेश बघेल से किनारा करने के मूड में है।
दरअसल डॉ महंत ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधानसभा का अगला चुनाव बाबा साहब यानी पूर्व डिप्टी सीएम टी एस सिंहदेव के नेतृत्व में लड़ेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व हमेशा से सरगुजा और बस्तर के हाथों में रहा है। अगला चुनाव हम बाबा साहब के नेतृत्व में लड़ेंगे और कांग्रेस की सरकार बनाएंगे। डॉ महंत ने यह बयान मनेंद्रगढ़ में मीडिया के साथ चर्चा के दौरान दिया। डॉ महंत ने जब यह बयान दिया तब सिंहदेव भी मौजूद थे। डॉ महंत से जब पूछा गया कि कांग्रेस का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा तो वे इस सवाल को टाल गए।
कांग्रेस के बड़े नेता हैं। पार्टी की राष्ट्रीय राजनीति में भी उनकी पकड़ मजबूत है। अविभाजित मध्य प्रदेश में वे मंत्री रह चुके हैं। यूपीए सरकार के दौरान केंद्र सरकार में मंत्री थे। पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान डॉ महंत विधानसभा अध्यक्ष थे और अभी नेता प्रतिपक्ष हैं। डॉ महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत कोरबा से लगातार दूसरी बार की संसद है। डॉ महंत का पार्टी में अलग रुतबा है इसी वजह से उनके बयान को गंभीर मना जा रहा है।
कांग्रेस के कई कांग्रेस नेताओं की राय है कि डॉ महंत ने ऐसे ही बयान दे दिया है। भूपेश बघेल पार्टी के बड़े चेहरा हैं। राष्ट्रीय स्तर पर उनका कद काफी बड़ा है। पार्टी आला कमान की तरफ से भूपेश बघेल को लगातार बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है। ऐसे में भूपेश बघेल को किनारे करने का सवाल ही नहीं उठता है।
इसके विपरीत राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि डॉ महंत ने कुछ कहा है तो उसके पीछे जरूर कोई कारण है। कांग्रेस में अंदरुनी स्तर पर ऐसी कोई चर्चा चल रही होगी। वैसे भी भूपेश बघेल को जिस तरह से घेरने का प्रयास चल रहा है उसमें भूपेश की स्थिति ठीक नहीं है।पुराने सीडी कांड की सुनवाई फिर से शुरू हो गई है।
इधर खनिज, डीएमएफ और शराब घोटाला में उनके करीबियों पर शिकंजा कसता जा रहा है। शराब घोटाला में पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी के साथ भूपेश बघेल पर खतरा और बढ़ गया है। चर्चा है कि इन मामलों के पूरक चालान में उनका भी नाम जुड़ सकता है।