Liquor scam रायपुर। केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय ने कोंटा सीट से छठवीं बार के विधायक और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को आज गिरफ्तार कर लिया है। लखमा की गिरफ्तारी के साथ ही सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया है।
लखमा की गिरफ्तारी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा है कि पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक कवासी लखमा की गिरफ्तारी बदले की भावना से की गई कार्रवाई है। भूपेश बघेल ने लिखा है कि केंद्र सरकार में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर ईडी कांग्रेस के नेताओं को बदनाम करने की साजिश रच रही है। उन्होंने लिखा है कि पूरी कांग्रेस पार्टी कवासी लखमा के साथ है।
वहीं, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि ईडी मामले की जांच चल रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। वन मंत्री केदार कश्यप ने भी इस मामले में बयान जारी किया है। कश्यप ने इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधा है। कश्यप ने कहा कि लूट के असली सरगना भूपेश बघेल हैं, लखमा तो केवल मोहरा हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने लखमा की गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश करार दिया है।
कवासी लखमा को गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने उन्हें रायपुर स्थित स्पेशल कोर्ट में पेश किया। ईडी ने लखमा से पूछताछ के लिए 14 दिन की रिमांड की मांग की, लेकिन कोर्ट ने सात दिन की रिमांड मंजूर की है। ईडी अब 21 जनवरी को लखमा को कोर्ट में पेश करेगी। इस बीच ईडी लखमा से मामले से जुड़े विभिन्न तथ्यों पर पूछताछ करेगी।
कवासी लखमा 1998 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े थे, उसके बाद से वे हर चुनाव लगातार जीतते आ रहे हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में वे लगातार छठवीं बार चुनाव जीते हैं।
इस वक्त सदन में वे अकेले विधायक हैं, जो लगातार छठवीं बार चुनाव जीते हैं। लखमा के साथ बृजमोहन अग्रवाल भी लगातार विधानसभा का चुनाव जीतते आ रहे हैं लेकिन अब वे विधायक नहीं हैं। रायपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद अग्रवाल ने विधायनसभा से इस्तीफा दे दिया है।