Power Company रायपुर। साल 2024 जाते- जाते सरकारी पावर कंपनी के इंजीनियरों को प्रमोशन का तोहफा दे गया। 24 दिसंबर को एक के बाद एक इंजीनियरों के कई प्रमोशन आर्डर जारी किए गए हैं। पावर कंपनी में प्रमोशन का मामला लंबे समय से लटका हुआ था। इसके लिए पावर कंपनी के इंजीनियर ही नहीं कर्मचारी भी लगातार संघर्ष कर रहे थे।
प्रमोशन के लिए इंजीनियरों के साथ ही कर्मचारी भी लगातार संघर्ष कर रहे थे, लेकिन प्रबंधन ने इंजीनियरों का तो प्रमोशन कर दिया, लेकिन कर्मचारियों का प्रमोशन नहीं किया। बता दें कि 24 दिसंबर को जारी हुए इंजीनियरों के प्रमोशन आर्डर की पटकथा 17 दिसंबर जारी सर्कुलर में ही लिखी जा चुकी थी। चतुरपोस्ट से कर्मचारी संगठनों के जरिये इस बात की आशंका जाहिर की थी कि प्रमोशन को लेकर जारी इस सर्कुलर से केवल अफसरों और इंजीनियरों के प्रमोशन का रास्ता खुल रहा है। 17 दिसंबर को जारी सर्कुलर के संबंध में विस्तार से जानने के लिए यहां क्लिक करेंAMP
कंपनी में प्रमोशन के मामले में कर्मचारियों के साथ होने वाले भेदभाव किए जाने की आशंका बिजली कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय पदाधिकारी अरुण देवांगन ने जाहिर की थी। चतुरपोस्ट के साथ चर्चा में उन्होंने स्पष्ट किया था कि इस सर्कुलर से अफसरों और इंजीनियरों को पदोन्नति तुरंत हो जाएगी, क्योंकि अफसरों और इंजीनियरों के प्रमोशन की तैयारी पहले से ही हो चुकी है, केवल आर्डर जारी किया जाना है। हुआ भी ऐसा ही। 17 दिसंबर को सर्कुलर जारी हुआ और 24 को प्रमोशन आर्डर जारी कर दिया गया।
दरअसल 17 दिसंबर को जारी सर्कुलर में कंपनी के कर्मचारियों के प्रमोशन को लेकर कोई दिशा निर्देश ही नहीं है। प्रमोशन नहीं मिलने से कर्मचारियों में नाराजगी है और वे इस मामले में अपना विरोध दर्ज कराने की तैयारी में हैं। कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने कहा कि जरुरत पड़ी तो वे इस मामले को लेकर कोर्ट तक जाएंगे।
प्रमोशन को लेकर पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने सर्कुलर जारी किया था। तभी कर्मचारियों ने इसको लेकर अपनी आपत्ति जताई थी। कर्मचारियों की आपत्ति के संबंध में और विस्तार से जानने के लिए यहां क्लिक करेंAMP