Vishnudeo Sai: रायपुर। सौम्य और सहज स्वभाव की पहचान रखने वाले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ऐसा कुछ किया है जो संभवत: देश में कब तक कोई मुख्यमंत्री नहीं कर पाया है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव सोमवार को बस्तर में थे, जहां वे बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में बस्तर के विकास उन्होंने रोड मैप तैयार किया। नए कार्यों की स्वीकृति के साथ पुराने कार्यों की गति बढ़ाने और जल्द पूरा करने के निर्देश जारी किए।
बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने रात बस्तर में ही गुजारा। वैसे तो छत्तीसगढ़ के अब तक के लगभग सभी मुख्यमंत्री बस्तर में रात गुजार चुके हैं, लेकिन मुख्यमंत्री विष्णुदेव का रुखना खास है, क्योंकि वे बस्तर के किसी सर्किट हाउस या होटल में नहीं बल्कि वे सुरक्षाबलों के कैंप में जवानों के बीच रुके थे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव से पहले छत्तीसगढ़ का कोई भी मुख्यमंत्री सुरक्षाबल के कैंप में रात में नहीं रुका था। संभवत: देश किसी भी नक्सल प्रभावित राज्य में कोई मुख्यमंत्री अब तक सुरक्षा बलों के कैंप में रात में रुकें हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव सेड़वा में स्थित सुरक्षा बल के कैंप में रुके थे। यह कैंप बस्तरिया बटालियन का कैंप है। इस दौरान उन्होंने कैंप में जवानों का हालचाल पूछा और उनके साथ भोजन किया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद से बस्तर में नक्सल मोर्चे पर बड़ा बदलाव आया है। फोर्स पूरी तरह आक्रामक है, इसकी वजह से नक्सलियों को लगातार पीछे हटना पड़ रहा है। इसका असर विकास कार्यों पर पड़ रहा है। बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की रफ्तार बढ़ गई है।
बस्तर में बीते 11 महीने में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच करीब 40 से ज्यादा मुठभेड़ हो चुके हैं। इनमें अंदरुनी क्षेत्र, जहां पूरी तरह नक्सलियों का दबदबा था वहां फोर्स घुसी और ऐसे इलाकों में 30 मुठभेड़ हुए। इनमें 197 नक्सली पुलिस और सुरक्षा बल की गोलियों के शिकार बने। इनमें 50 से ज्यादा बड़े कैडर के नक्सली भी शामिल हैं। इस दौरान 740 से ज्यादा नक्सलियों ने आत्म समपर्ण भी किया है।
सुरक्षा बलों की पहुंच अब बस्तर के बेहद अंदरुनी क्षेत्रों में हो गई। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद से सुरक्षाबलों के 21 नए कैंप स्थापित किए गए हैं।
बताते चलें कि रायपुर में हुई नक्सल प्रभावित राज्यों की समीक्षा बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रभावित राज्यों के डीजीपी और वहां तैनात केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों के आला अफसरों को जवानों के लिए बीच रात रुकने के लिए कहा था।