Tele-Classes रायपुर। राजधानी रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय में विद्यार्थियों को मेडिकल शिक्षा देने के लिए एक अभिनव प्रयास किया गया है, जिसमें टेलिकम्यूनिकेशन की आधुनिक तकनीक के माध्यम से टेली-क्लासेस का शुभारंभ किया गया। आज इसके तहत पहला व्याख्यान राज्य के वरिष्ठतम चिकित्सा शिक्षक डॉ. अरविंद नेरल ने कक्ष 02 में व्याख्यान दिया गया। यह व्याख्यान एचआईव्ही/ एड्स से संबंधित था। इसमें डॉ. नेरल ने एड्स रोग की प्रारंभिक जानकारी की संरचना और संक्रमण के फैलाव विषय पर विस्तृत जानकारी दी।
Tele-Classes इस अवसर पर चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के अधिष्ठाता, डॉ. विवेक चौधरी ने कहा कि यह महाविद्यालय के लिए अत्यंत गर्व और हर्ष का विषय है कि हमने चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस तरह की टेली-क्लासेस से छत्तीसगढ़ राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज में लाईव स्ट्रीमिंग के माध्यम से एक साथ व्याख्यान प्रस्तुत किए जा सकेंगे। इससे उन महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा जहां अनुभवी चिकित्सा शिक्षकों की कमी है।
Tele-Classes राज्य के चिकित्सा शिक्षा में नवाचार का संचार करने के विचार और उद्येश्यों के लिए आयुक्त चिकित्सा शिक्षा किरण कौशल के मार्गदर्शन और दिशा-निर्देश पर यह सुविधा विकसित की गई है। इसके लिए महाविद्यालय के व्याख्यान कक्ष कं. 02 का ऑनलाईन विडीयो कान्फ्रेसिंग तकनीक के लिए सभी आधुनिक ऑडियो-विजुएल उपकरणों से सुसज्जित किया गया है।
इस कार्य के लिए फिजियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष डॉ. सुमीत त्रिपाठी ने मुख्य रूप से अपनी सक्रियता दिखाई है। उनके तकनीकि मार्गदर्शन में इस सुविधा का वास्तविकता का अमलीजामा पहनाया गया। इसके लिए रितु कौशिक और ताराचंद पौषार्य के भी उल्लेखनीय सहयोग रहे हैं। इस के लिए डॉ. सुमीत त्रिपाठी, रितु कौशिक और ताराचंद पौषार्य को प्रशस्ति पत्र देकर अधिष्ठाता, डॉ. विवेक चौधरी द्वारा सम्मानित किया।
लिंक प्रेषित कर इसका जीवंत प्रसारण सभी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में उनके व्याख्यान कक्ष में द्वितीय एमबीबीएस के विद्यार्थियों के लिए किया गया। इसमें बिलासपुर, अंबिकापुर, महासमुंद, दुर्ग, राजनांदगांव, कांकेर और कोरबा कॉलेज से विद्यार्थियों के अलावा अधिष्ठाताओं व शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
Tele-Classes राजनांदगांव चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता, डॉ. पी.के. लुका और सिम्स बिलासपुर से डॉ. सुपर्णा गांगुली ने इस आधुनिक सुविधा की सराहना की और इसकी उपयोगिता प्रतिपादित की। भविष्य की योजनाओं का उल्लेख करते हुए डॉ. अरविंद नेरल ने बताया कि माह मार्च 2025 से ऐसे व्याख्यान नियमित रूप से फाईनल एमबीबीएस पार्ट 02 के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किए जाएंगे। इसकी विस्तृत विषयवार समय-सारिणी बना ली गई है, जिसे सभी चिकित्सा महाविद्यालयों को भेजा जाएगा।